लखनऊ में एक ओर योगी सरकार 2.0 का शपथ ग्रहण होता रहा, तो वहीं गोरखपुर में उपद्रव मचा रहा. उपद्रवियों ने एक दर्जन से अधिक गाडि़यों के शीशे तोड़ने के साथ एक आटो और बाइक का आग के हवाले कर दिया . उपद्रवियों ने जहां पत्थरबाजी की, तो वहीं सेना के जवान के पार्थिव शरीर को लेकर चार घंटे से भी अधिक समय तक गोरखपुर-देवरिया राजमार्ग को भीड़ ने जाम कर दिया. इसके बाद भीड़ में मौजूद उपद्रवियों ने पत्थरबाजी कर दी. पुलिसवाले उपद्रवियों का गुस्सा देखकर भाग खड़े हुए. उसके बाद भीड़ को काबू में करने के लिए मौके पर पहुंचे आलाधिकारियों ने कई थानों की फोर्स और पीएसी के जवानों को बुलाया और लाठीचार्ज के बाद भीड़ को तितर-बितर कर स्थिति को नियंत्रण में किया.
गोरखपुर के चौरीचौरा थानाक्षेत्र के राघवपट्टी पड़री गांव के रहने वाले सेना के जवान 30 वर्षीय धनंजय यादव पुत्र रामनाथ यादव माता-पिता के इकलौती संतान रहे हैं. वे 2016 में शिक्षक बनकर सेना में भर्ती हुए. वे असम में तैनात रहे हैं. वहां पर चार दिन पहले उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. सेना की ओर से बताया जा रहा है कि जवान धनंजय ने सुसाइड कर लिया है. जबकि घरवालों का कहना है कि वो आतंकियों के द्वारा हुए हमले में शहीद हुआ है. तीन दिन से कैंप से लापता धनंजय की लाश कैंप से कुछ ही दूरी पर बरामद हुई थी. तभी से घरवाले और चौरीचौरा के लोग उसके पार्थिव शरीर के आने का इंतजार कर रहे थे. संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने की वजह से उसे गार्ड आफ आनर नहीं दिया गया. उसके परिवार को मुआवजा भी नहीं मिला.
चार दिन बाद जब सेना के जवान धनंजय का शव शुक्रवार की शाम 4 बजे गोरखपुर के चौरीचौरा के फैलहां गांव के पास पहुंचा, तो वहां पर ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया. इसके बाद कुछ उपद्रवियों ने गोरखपुर के चौरीचौरा रेलवे स्टेशन पर वैशाली एक्सप्रेस को रोकने का प्रयास किया. लेकिन, स्पीड अधिक होने की वजह से वे पीछे हटकर किसी तरह से जान बचा पाए. इसके बाद उपद्रवियों ने रेलवे ट्रैक को जाम कर लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस को 45 मिनट तक रोक दिया. कई थानों की पुलिस के साथ पीएसी के जवान आलाधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे. इसके बाद सड़क पर चक्काजाम कर रहे उपद्रवियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी. उपद्रवियों के हावी होने के बाद पुलिस को वहां से जान बचाकर भागना पड़ा. पत्थरबाजी के बीच उपद्रवियों ने पुलिस की एक दर्जन गाडि़यों को क्षतिग्रस्त करने के साथ बीच सड़क पर पलट दिया. इसके बाद नई बाजार रोड पर एक मोटरसाइकिल और आटो को आग के हवाले कर दिया.
भीड़ को बेकाबू होता देख पुलिस ने लाठीचार्ज करने के साथ आंसू गैस के गोले छोड़े. इसके बाद लाठीचार्ज और हवाई फायरिंग कर भीड़ को तितर-बितर किया. पुलिसवालों ने सेना के जवान के पार्थिव शरीर को उसके परिजनों के साथ सुरक्षित गांव तक पहुंचाया. इस बीच चार से पांच घंटे तक चौरीचौरा में गोरखपुर-देवरिया राजमार्ग पूरी तरह से बंद रहा. मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि सेना के जवान के पार्थिव शरीर और परिजनों को सुरक्षित गांव पहुंचाया गया है. अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को मनाया जा रहा है. स्थित को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस के साथ पीएसी के जवानों को तैनात किया गया है. स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. सीसीटीवी फुटेज में उपद्रवियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी और कार्रवाई का प्रयास किया जा रहा है.